The 2-Minute Rule for Navratri Shayari In Hindi

नवरात्रि शायरी एक विशेष तरह की कविता होती है, जो मां दुर्गा की महिमा और उनकी शक्तियों को गुणगान करती है। यह एक उपहास्य, भक्तिपूर्ण, और आद्यात्मिक भावनाओं का मिश्रण होता है जो लोगों को नवरात्रि के पावन अवसर पर भावनाओं में लिपटने का अवसर प्रदान करता है। नवरात्रि के नौ दिनों के दौरान, भक्त अपनी आराधना के लिए शायरी के माध्यम से भक्ति और प्रेम की भावना को अभिव्यक्त करते हैं।

प्रजापति दक्ष अपनी शक्तियों को लेके बहुत अहंकार में था एक बार प्रजापति दक्ष ने एक बहुत बड़ा यज्ञ किया। इस यज्ञ में उसने सभी देवताओं को आमंत्रित किया, परन्तु भगवन्न शंकर को यज्ञ में निमंत्रित नहीं किया। सती जो कि शिव जी की पत्नी थी, ने जब सुना कि उनके पिता एक अत्यंत विशाल यज्ञ का आयोजन कर रहे हैं, तब वहाँ जाने के लिए उनका मन व्यग्र हो उठा।

सप्तमं कालरात्रीति महागौरीति चाष्टमम् ।।

आपके जीवन में नवरात्रि की रंगीनी रौशनी हो !!

माँ के आशीर्वाद से हो सभी का मन पूरी तरह साफ।

नवरात्रि का त्योहार है खुशियों का खजाना,

चारों ओर अँधेरा ही अँधेरा घना पाऊं,बन के रोशनी तुम राह दिखा देना.

नवरात्रि के इस पावन पर्व पर मां दुर्गा सदैव आपके साथ हैं !!

माँ के आशीर्वाद से हो सबका मन प्यार से भरा।

आशीर्वाद से सभी दुख दूर हों और सबका मन प्रसन्न रहे !!

नवरात्रि के इस मौके पर हो सबका जीवन मंगलमय।

और लोग समझते है कि, बंदा बहुत किस्मत वाला हैं

माँ के चरणों का आशीर्वाद सदैव साथ हो आपके सारे रास्तों में।

- हम उम्मीद करते हैं कि यह पाठक की स्वरचित रचना है। अपनी रचना भेजने के लिए

1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15

Comments on “The 2-Minute Rule for Navratri Shayari In Hindi”

Leave a Reply

Gravatar